हृदय धड़कन का संचालन, नोडल ऊत्तक एवं हृदय क्रिया का नियमन
नोडल ऊत्तक
(Nodal Tissue)
मनुष्य का हृदय पेशीजनक (Myogenic) होता है। इसकी पेशी कार्डियक पेशी (Cardiac muscle) से बना होता है। हृदय में एक विशेष प्रकार का Cardiac muscle पाया जाता है, जिसे नोडल ऊत्तक (Nodal Tissue) कहते हैं।
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यह नोडल ऊत्तक Auto-rhythmicity के लिए उत्तरदायी होता है।
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नोडल ऊत्तक बिना किसी बाह्य प्रेरणा के क्रियाविभव (Impulse) उत्पन्न करने में सक्षम होते हैं।
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इसे स्वउत्तेजनशील (Auto-excitable) कहते हैं।
नोडल ऊत्तक के प्रकार
(Types of Nodal Tissue)
नोडल ऊत्तक निम्नलिखित चार प्रकार के होते हैं-
S.A. नोड (पेसमेकर)
(S.A. Node-Pace maker)
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इसे साइनो-आट्रियल नोड कहते हैं।
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यह उत्तक दाहिने अलिंद के दाहिने ऊपरी कोने (Upper right corner) पर स्थित होते हैं।
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यह सबसे बड़ी नोडल उत्तक होता है।
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यह 100 impulse/मिनट उत्पन्न कर सकता है लेकिन वेगस नर्व के inhibitory effect के कारण यह सिर्फ 70-75 impulse/मिनट उत्पन्न करता है।
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अगर वेगस नर्व काट दिया जय तो हार्ट बीट रेट बढ़ जाएगा।
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हृदय के लयबद्धता (Rhythmicity) के लिए S.A. नोड उत्तरदायी है
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जब S.A. नोड काम करना बंद कर देता है तो हार्ट बीट अतालता (Arrhythmic) हो जाता है
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ऐसी स्थिति में कृत्रिम पेस मेकर (Artificial pacemaker) का उपयोग किया जाता है।
A.V. नोड (पेस सेटर)
(A.V. Node- Pace setter)
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इसे आर्ट्रियो-वेंट्रिकुलर नोड कहते हैं।
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यह उत्तक दाहिने अलिंद (Atrium) में नीचे के कोने (Lower left corner) पर अलिंद-निलय पट (Atrio-ventricular septum) के पास स्थित होता है।
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यह 60-65 impulse/मिनट उत्पन्न करता है।
हिंज का बंडल
(Bundle of His)
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यह अंतर निलय पट (Intra-ventricular septum) के ऊपरी भाग में अलिंद निलय पर्व (Atrium ventricular fibrillation) से प्रारंभ होता है तथा शीघ्र ही दो दाई एवं बाई शाखाओं में विभाजित होकर intra-ventricular septum के साथ ही आगे बढ़ता है।
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यह 40-45 impulse/मिनट उत्पन्न करता है
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इसे A.V. बंडल या पुरकिंजे फाईबर का बंडल (Bundle of Purkinje fibers) भी कहा जाता है।
पुरकिंजे तंतु
(Purkinje fibers)
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यह निलय के दीवार (Ventricular wall) पर उपस्थित होता है।
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Bundle of his के शाखाओं से ही संक्षिप्त रेशे निकलते हैं जो पुरे निलय के दीवार में दोनों तरफ फैले रहते हैं।
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यह 20-25 impulse/मिनट उत्पन्न करता( है।
हृदय क्रिया का नियमन
(Regulation of Cardiac activity)
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हृदय विशेष पेशी ऊत्तक (Nodal tissue) द्वारा स्वनियमित (self regulated) होते हैं।
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लेकिन मस्तिष्क का मेड्यूला ओबलांगटा के स्वायत तंत्रिका तंत्र (Autonomic nervous system) द्वारा हृदय की क्रियाओं को संयमित कर सकता है।
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अनुकम्पीय तंत्रिका तंत्र (Sympathetic nervous system) से प्राप्त संकेत (Signal) हार्ट बीट को बढ़ा देते हैं जिससे हृदय निकास (Cardiac Output) बढ़ जाता है।
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दूसरी ओर परानुकंपी तंत्रिका तंत्र (Parasympathetic nervous system) से प्राप्त संकेत (Signal) हार्ट बीट एवं impulse की संवहन गति कम करते हैं जो हृदय निकास को कम करते हैं।
Hormonal regulation
एड्रीनल मेड्यूला का हॉर्मोन भी हृदय निकास (Cardiac output) को बढ़ा सकता है।
हॉर्मोनल नियमन हॉर्मोनल नियमन थायरॉइड थायरॉइड
**एड्रीनल मेड्यूला
(In Emergency)
**
एड्रीनल मेड्यूला…एड्रीनलीन & नॉर-एड्रीनलीन एड्रीनलीन & नॉर-एड्रीनलीन थायरॉक्सिन थायरॉक्सिन स्रावित स्रावित स्रावित स्रावित हार्ट बीट रेट बढ़ा देता है। हार्ट बीट रेट बढ़ा देता है। ये बेसिक मेटाबॉलिक रेट बढ़ाता है, जो हार्ट बीट रेट बढ़ा देता है। ये बेसिक मेटाबॉलिक रेट बढ़ाता है, जो हार्ट बीट रेट बढ़ा देता है। Ionic regulation Ionic regulation Ca++ Increase in blood Ca++ Increase in blood K+ increase in extra-cellular fluid K+ increase in extra-cel…Increase Heart beat rate Increase Heart beat rat…Decrease Heart beat rate Decrease Heart beat rate Text is not SVG - cannot display