मानव तंत्रिका तंत्र, मानव मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु
मानव तंत्रिका तंत्र
जिस तंत्र के द्वारा विभिन्न अंगों का नियंत्रण और अंगों एवं वातावरण में सामंजस्य स्थापित होता है, उसे तंत्रिका तंत्र कहते हैं। जब हमारे शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द या चोट का अनुभव तंत्रिका तंत्र के कारण ही कर पाते हैं। दर्द शरीर को यह बताने का तरीका है कि कुछ सही नहीं है। यह आगे की चोटों को रोक सकता है या हमें चिकित्स्कीय ध्यान देने के लिए प्रेरित कर सकता है।
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सरल बहुकोशकीय जीवों में नियंत्रण और समन्वय केवल तंत्रिका तंत्र के माध्यम से होता है जो हमारे शरीर की गतिविधियों का समन्वय करता है।
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तंत्रिका तंत्र हमारे सभी कार्यों, सोच और व्यवहार के लिए नियंत्रण प्रणाली है।
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मानव शरीर में तंत्रिका तंत्र उत्तेजनाओं के आधार पर अंगों की गतिविधियों को एकीकृत करता है, जो न्यूरॉन्स का पता लगाते हैं और संचारित करते हैं।
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वे विधुत आवेगों के रूप में संदेश संचारित करते हैं और ज्ञानइन्द्रियों को संदेश भेजते हैं।
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इस प्रकार तंत्रिका समन्वय में संवेदी अंगों, तंत्रिकाओं, रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क की भागीदारी शामिल होती है।
मानव तंत्रिका तंत्र दो भागों में विभाजित होते हैं-
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केंद्रीय तंत्रिका तंत्र-CNS (Central nervous system)
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परिधीय तंत्रिका तंत्र-PNS (Peripheral nervous system)
Collection of Cyton Collection of Cyton CNS CNS PNS PNS Nuclei Nuclei Ganglia Ganglia called called called called Text is not SVG - cannot display
मस्तिष्क (Brain)मेरुरज्जु (Spinal cord)Musculocutaneous nerveरेडियल तंत्रिका (Radial nerve)मीडियन तंत्रिका (Median nerve)लम्बर जाल (lumbar plexus)अलनार तंत्रिका (ulnar nerve)फीमोरल तंत्रिका (Femoral nerve)फिंगर तंत्रिका (Finger nerve)Muscular branches of femoral nerveसियाटिक तंत्रिका (Sciatic nerve)Saphenous nerveटिबियल तंत्रिका (Tibial nerve)सेरिबैलम (Cerebellum)ब्रेकियल जाल (Brachial plexus)इंटरकॉस्टल तंत्रिका (Intercostal nerve)iliohypogastric nerveilionguinal nerveLataral cutaneous of thighसेक्रल तंत्रिका (Sacral nerve)पुडंटल तंत्रिका (Pudantal nerve)Common peroneal nerveDeep peroneal nerve Superficial peroneal nerve सबकॉस्टाल तंत्रिका (Subcostal nerve)
केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS)
केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) को अक्सर शरीर की सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कहा जाता है। यह मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी से मिलकर बना होता है।
मानव मस्तिष्क
(Human Brain)
मस्तिष्क हमारे शरीर के तंत्रिका तंत्र के महत्वपूर्ण, सबसे बड़ा और केंद्रीय सुचना प्रसारण तंत्र है। यह आदेश व नियंत्रण तंत्र की तरह कार्य करता है।
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यह ऐच्छिक गमन, शरीर संतुलन, प्रमुख अनेच्छिक अंगों (जैसे- फेफड़े, हृदय, वृक्क आदि) के कार्य, तापमान, भूख एवं प्यास, परिवहन, लय, अनेकों अंतःस्रावी ग्रंथियों की क्रियाएँ और मानव व्यवहार का नियंत्रण करता है।
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यह देखने, सुनने, बोलने की प्रक्रिया, यादाश्त, कुशाग्रता, भावनाओं और विचारों का भी स्थल है।
मस्तिष्क के आवरण
(Covering of Brain)
मानव मस्तिष्क खोपड़ी के द्वारा अच्छी तरह सुरक्षित रहता है। खोपड़ी के भीतर कपालीय मेनिंजेज (meninges) से घिरा आवरण होता है।
मेनिंजेज में तीन परत होते हैं-
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ड्यूरामेटर (dura mater)
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एरेक्नॉइड (Arachnoid)
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पायामेटर (Pia mater)
ड्यूरामेटर (dura mater)
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यह बाहरी परत होता है।
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ये दो परतीय (double layer) होते हैं।
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इसमें वाहिकाएं नहीं पाई जाती है।
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यह मोटा परत होता है।
एरेक्नॉइड (Arachnoid)
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यह मध्य परत होता है।
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यह बहुत पतली परत होती है।
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इसमें वाहिकाएँ उपस्थित होते हैं।
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यह परत केवल मैमेलियन मस्तिष्क में उपस्थित होते हैं।
पायामेटर (Pia mater)
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यह आंतरिक परत होता है जो की मस्तिष्क के उत्तकों (सेरिब्रम) के संपर्क में होती है।
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इसमें वाहिकाएँ पाए जाते हैं।
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यह पतली परत होती है
एरेक्नॉइड तथा पायामेटर के बीच के स्थान को सबएरेक्नॉइड स्थान (Subarachnoid space) कहते हैं। सबएरेक्नॉइड स्थान में सेरिब्रो-स्पाइनल फ्लूड (CSF) भरा होता है।
मस्तिष्क को मुख्य तीन भागों में विभक्त किया गया है-
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अग्र मस्तिष्क (Fore Brain)
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मध्य मस्तिष्क (Mid Brain)
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पश्च मस्तिष्क (Hind Brain)
अग्र मस्तिष्क (Fore Brain)
अग्र मस्तिष्क (Fore Brain)
[प्रोजेनसेफेलोन]
अग्र मस्तिष्क (Fore Brain)…
टेलेनसेफेलोन (Telencephalon)
टेलेनसेफेलोन…
डायेनसेफेलोन (Diencephalon)
डायेनसेफेलोन…सेरिब्रम (Cerebrum)
मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग सेरिब्रम (Cerebrum)…
ओलफैक्टरी लोब (Olfactory lobe)
ओलफैक्टरी लोब (Olfactory lobe)
हिप्पोकैम्पस (Hippocampus)
हिप्पोकैम्पस (Hippocampus)
हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)
हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)
थैलेमस (Thalamus)
थैलेमस (Thalamus)
एपिथैलेमस (Epithalamus)
एपिथैलेमस (Epithalamus)
एमिग्डेला (Amygdala)
एमिग्डेला (Amygdala)
लिम्फैटिक सिस्टम [इमोशनल मस्तिष्क]
लिम्फैटिक सिस्टम [इमोशनल मस्तिष्क]Text is not SVG - cannot display
सेरिब्रम (Cerebrum)
यह मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग है। सेरिब्रम दो भागों में बँटा होता है, जिसे सेरिब्रल हेमीस्फेयर (Cerebral hemisphere) कहते हैं।
प्रत्येक हेमीस्फेयर में कॉर्टेक्स और मेडुला होते हैं-
कॉर्टेक्स (Cortex)
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यह बाहरी भाग होता है।
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कॉर्टेक्स में न्यूरॉन्स के साईटोन का स्तर (layers) होता है और साईटोन में निस्सेल ग्रेन्युल जो की भूरा रंग का होता है कि उपस्थिति के वजह से कॉर्टेक्स भूरा रंग दिखता है।
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कॉर्टेक्स सेरिब्रम का highly folded area होता है।
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यह folds गायरस तथा सल्कस में बँटा होता है।
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इस तरह का आकार सतही क्षेत्र (Surface area) बढ़ाता है।
मेडुला (Medulla)
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यह सेरिब्रम का आंतरिक भाग होता है।
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इसमें एक्सॉन का स्तर (Layers) पाए जाते हैं एक्सॉन सफेद रंग के दिखते हैं इसलिए मेडुला भाग भी सफेद दिखता है।
अग्र मस्तिष्क में तीन वेन्ट्रिकल होता है इन वेंट्रिकल्स में सेरिब्रो-स्पाइनल फ्लूड (CSF) भरे होते हैं।
कॉर्पस कैलोसम
(Corpus callosum)
यह एक गहरी लंबवत विदर (vertical fissure) सेरिब्रम को दो भागों में दाएँ तथा बाएँ हेमीस्फियर में विभक्त करती है।
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ये हेमीस्फेयर तंत्रिका तंतुओं की पट्टी कॉर्पस कैलोसम द्वारा जुड़े होते हैं।
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कॉर्पस कैलोसम केवल स्तनधारी मस्तिष्क में पाए जाते हैं।
सेरिब्रम के प्रत्येक हेमीस्फेयर में चार लोब्स (lobes) होते हैं-
फ्रंटल लोब (Frontal lobe)
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यह भाग यादास्त, सीखना, रीजनिंग और क्रिएटिव आइडिया के लिए उत्तरदायी है।
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इसे मोटर स्पीच क्षेत्र (Brocas area ) कहते हैं।
टेम्पोरल लोब (Temporal lobe)
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इस भाग द्वारा सुनने तथा सूँघने (गंध) का काम होता है।
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इसे संवेदी भाषण क्षेत्र (Sensory Speech area) या वर्निक्स क्षेत्र (Wernicke’s area) कहते हैं।
पेराइटल लोब (Parietal area)
यह भाग गर्म, ठंडा, छूना (touching), दर्द (Pain), स्वाद (Taste) आदि के लिए संवेदनशील होता है।
ऑक्सिपिटल लोब (Occipital lobe)
यह भाग देखने (Visual area) के लिए उत्तरदायी है।
सेरिब्रल कॉर्टेक्स में मुख्यतः तीन क्षेत्र पाए जाते हैं-
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संवेदी क्षेत्र (Sensory area)
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संघ क्षेत्र (Association area)
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मोटर क्षेत्र (Motor area)
संवेदी क्षेत्र (Sensory area)- यह क्षेत्र छूना, गर्म, ठंडा, स्वाद आदि के लिए उत्तरदायी है।
संघ क्षेत्र (Association area)- यह सेरिब्रल कॉर्टेक्स का अधिकतम भाग होता है। यह क्षेत्र यादाश्त, सहभागिता, स्मरण, संपर्क सूत्र, वार्तालाप आदि के लिए उत्तरदायी होता है।
मोटर क्षेत्र (Motor area)- यह क्षेत्र skeletal muscles के movement के लिए उत्तरदायी है। जैसे-movement of limbs, जीभ आदि।
सेरिब्रल कॉर्टेक्स, मेडुला तथा डायनसेफेलोन को मिलाकर अग्र मस्तिष्क (Fore Brain) बनता है।
डायनसेफेलोन (Diencephalon)
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डायनसेफेलोन एपीथैलेमस, थैलेमस तथा हाइपोथैलेमस से मिलकर बना होता है।
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डायनसेफेलोन में ऊपर से पीनियल ग्रंथि (Pineal gland) होता है तथा निचे से पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary gland) होता है।
DiencephalonCerebramThalamusHypothalamusCerebellum
थैलेमस (Thalamus)
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प्रमस्तिष्क यानि सेरिब्रम थैलेमस के चारों ओर लिपटा होता है।
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थैलेमस संवेदी तथा मोटर संकेतों का मुख्य संपर्क स्थल है।
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यह डंबल आकार का होता है।
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यह डायनसेफेलोन का अधिकतम भाग होता है।
हाइपोथैलेमस (Hypothalamus)
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थैलेमस के आधार (Base) पर स्थित मस्तिष्क का दूसरा मुख्य भाग हाइपोथैलेमस होता है।
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हाइपोथैलेमस में कई केंद्र होते हैं, जो शरीर के तापमान, खाने और पीने का नियंत्रण करते हैं।
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इसमें कई तंत्रिका स्रावी कोशिकाएँ (Neurosecretory cells) भी होते हैं जो अंतःस्रावी ग्रंथि (Endocrine gland) की तरह कार्य करते हैं। जो हाइपोथैलेमिक हॉर्मोन का स्रवण करती हैं।
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सेरिब्रल हेमिस्फेयर का आंतरिक भाग और अंदरूनी अंगों जैसे एमिग्डाला, हिप्पोकैम्पस आदि का समूह मिलकर एक जटिल संरचना का निर्माण करता है, जिसे लिंबिकलोब या लिंबिक तंत्र कहते हैं।
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यह हाइपोथैलेमस के साथ मिलकर लैंगिक व्यवहार, मनोभावनाओं की अभिव्यक्ति (जैसे- उत्तेजना, ख़ुशी, गुस्सा और भय) आदि का नियंत्रण करता है।
मध्य मस्तिष्क (Mid Brain)
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मध्य मस्तिष्क, अग्र मस्तिष्क (Fore brain) के थैलेमस, हाइपोथैलेमस तथा पश्च मस्तिष्क (Hind brain) के पोंस (Pons) के बीच स्थित होता है।
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एक नाल सेरिब्रल तरल नलिका (Cerebral aqueduct) मध्य मस्तिष्क से गुजरती है।
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मध्य मस्तिष्क का ऊपरी भाग चार लोबनुमा उभारों का बना होता है, जिन्हें कॉर्पोरा क्वॉड्रिजेमिना कहते हैं।
मध्य मस्तिष्क (Mid Brain)
मिजेनसेफेलोन मध्य मस्तिष्क (Mid Brain)…
सेरेब्रल पीडंकल (Cerebral peduncle)
सेरेब्रल पीडंकल (Cerebral peduncle)
कॉर्पोरा क्वाड्रिजेमिना (Corpora quadrigemina)
कॉर्पोरा क्वाड्रिजेमिना (Corpora quadrigemina)न्यूरॉन्स के दो मोटे बंडल होते हैं जो अग्र तथा पश्च मस्तिष्क को Connect & Co-ordinate करते हैं। न्यूरॉन्स के दो मोटे बंडल होते हैं जो अग्र तथा पश्च मस्तिष्क को Connect & Co-ordin…दो सुपीरियर कैलिकुलाई- यह Visual reflex के लिए उत्तरदायी होते हैं। दो सुपीरियर कैलिकुलाई- यह Visual reflex के लिए उत्तरदायी होते हैं। दो इन्फीरियर कैलिकुलाई- यह Auditory reflex के लिए उत्तरदायी होते हैं। दो इन्फीरियर कैलिकुलाई- यह Auditory reflex के लिए उत्तरदायी होते हैं। कॉर्पोरा क्वाड्रिजेमिना केवल स्तनधारी मस्तिष्क में उपस्थित होते हैं। कॉर्पोरा क्वाड्रिजेमिना केवल स्तनधारी मस्तिष्क में उपस्थित होते हैं। Text is not SVG - cannot display
पश्च मस्तिष्क (Hind Brain)
पश्च मस्तिष्क मेड्यूला ओब्लोंगटा (M.O.), पोन्स (Pons) तथा सेरिबेलम (Cerebellum) से मिलकर बना होता है।
पश्च मस्तिष्क (Hind Brain)
रॉबिनसेफेलोन पश्च मस्तिष्क (Hind Brain)…
माइलिनसेफेलोन (Mylin cephalon)
माइलिनसेफेलोन (Mylin cephalon)
मेटेसेफेलोन (Metencephalon)
मेटेसेफेलोन (Metencephalon)
मेडुला ओब्लांगेटा (Medulla oblongata)
मेडुला ओब्लांगेटा (Medulla oblongata)
पोन्स तथा सेरिबेलम (Pons & Cerebellum)
पोन्स तथा सेरिबेलम (Pons & Cerebellum)Text is not SVG - cannot display
मेड्यूला ओब्लोंगटा
(Medulla Oblongata)
मेड्यूला ओब्लोंगटा मेरुरज्जु (Spinal cord) से जुड़ा होता है। मेड्यूला ओब्लोंगटा में श्वसन (Respiration), हृदय परिसंचारी रिफ्लेक्स और पाचक रसों के स्राव का नियंत्रण केंद्र होते हैं।
पोन्स (Pons)
पोन्स रेशेनुमा पथ का बना होता है जो मस्तिष्क के विभिन्न भागों को आपस में जोड़ते हैं। यह न्यूमोटैक्सिक तथा एपन्यूस्टिक स्थल है जो श्वसन का नियंत्रण करता है।
सेरिबेलम
(Cerebellum)
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सेरिबेलम मस्तिष्क का दूसरा सबसे बारे भाग है, जिसकी संरचना बटर फ्लाई जैसी होती है।
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सेरिबेलम भी दो बराबर भागों में बँटा होता है, जिसे सेरिबेलर हेमीस्फेयर कहते हैं।
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सेरीबेलम का बाहरी भाग कॉर्टेक्स highly folded होता है जो सतही क्षेत्र बढ़ाता है।
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कॉर्टेक्स ग्रे मैटर होता है जो सेरीबेलम का बाहरी भाग है।
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सेरीबेलम का आंतरिक भाग मेडुला सफेद रंग का होता है।
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ग्रे तथा श्वेत मैटर का संरचना दिखने में वृक्ष के शाखा जैसा प्रतित होता है, जिसे Tree of life (Arbar vitae) कहते हैं।
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हेमीस्फेयर के बीच वर्म जैसी संरचना होती है, जिसे वर्मिस कहते हैं।
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यह वर्मिस न्यूरॉन्स का मोटा बंडल होता है जो दोनों हेमीस्फेयर को जोड़े रखता है।
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सेरीबेलम का कार्य शरीर के संतुलन तथा Co-ordination movements करना होता है।
ब्रेन स्टेम
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ब्रेन स्टेम मध्य मस्तिष्क तथा पश्च मस्तिष्क के पोन्स और मेड्यूला ओब्लोंगेटा को मिलाकर बनता है।
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ब्रेन स्टेम मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु (Spinal cord) के बीच संयोजन स्थापित करता है।
मेरुरज्जु
(Spinal cord)
मेरुरज्जु भी मस्तिष्क की तरह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का भाग है, जो मस्तिष्क के नीचे से एक रज्जु (रस्सी) के रूप में ऑक्सिपिटल बोन (occipital bone) के पिछले और नीचे के भाग में स्थित महारंध्र (Foramen magnum) द्वारा कपाल से बाहर आता है और कशेरुकाओं (vertebrae) के मिलने से जो लम्बा कशेरुक दंड (vertebral column) जाता है उसकी बीच की नली में चला जाता है। यह रज्जु नीचे की ओर प्रथम कटि कशेरुका (lumbar vertebrae) तक विस्तृत होता है। यह 18 इंच लम्बी श्वेत रंग की रज्जु मस्तिष्क निचे की ओर लटकती हुई दिखाई देगी। कशेरुक नलिका (vertebral canal) के ऊपरी 2/3 भाग में यह रज्जु स्थित है और उसके दोनों ओर से उन तंत्रिकाओं के मूल निकलते हैं, जिनके मिलने से तंत्रिका बनती है। यह तंत्रिका कशेरुकांतरिक रंध्रों (intervertebral foramen) से निकलकर शरीर के उसी खंड में फ़ैल जाती है, जहाँ वे कशेरुक नलिका से निकली हैं। वक्ष रीजन (thoracic region) की बारहों मरुतंत्रिका (spinal nerve) इसी प्रकार वक्ष और उदर में विस्तृत रहता है। ग्रीवा (cervical) और कटि (lumbar) तथा त्रिक खंडों (sacral segments) से निकली हुई तंत्रिकाओं के विभाग मिलकर जालिकाएँ बना देते हैं जिनसे सूत्र दूर तक अंगों में फैलते हैं। जहाँ वाहिनी और कटित्रिक जालिकाएँ (sciatic reticulum) बनती हैं, वहाँ मेरुरज्जु अधिक चौड़ी और मोटी हो जाती हैं।
Brain stemSpinal cordVertebraSensory nerve pathwaySensory (posterior) rootSpinal nerveMotor nerve pathwayMotor (anterior) rootWhite materGrey materCauda equina
मेरुरज्जु के ऊपर भी मस्तिष्क के समान आवरण (Meninges) पाई जाती है-
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ड्यूरामेटर (Dura mater)- यह आवरण सबसे बाहरी आवरण होता है।
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एरेक्नॉइड (Arachnoid)- यह मध्य आवरण होता है।
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पायामेटर (pia mater)- यह आंतरिक आवरण होता है।
मेरुरज्जु (Spinal cord) में मस्तिष्क के समान ही तीन गुहा (Cavity) पायी जाती है-
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सबड्यूरल गुहा (Subdural cavity)
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सब-एरेक्नॉइड गुहा (Subarachnoid cavity)
सबड्यूरल गुहा
(Subdural cavity)
यह गुहा ड्यूरामेटर (Duramater) तथा एरेक्नॉइड (Arachnoid) के बीच में पायी जाती है।
सब-एरेक्नॉइड गुहा
(Subarachnoid cavity)
यह गुहा (Cavity) एरेक्नॉइड (Arachnoid) तथा पायामेटर (Pia mater) के बीच में पायी जाती है।
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इस गुहा में सेरिब्रो-स्पाइनल फ्लूड (Cerebro-spinal fluid) भरा रहता है।
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मेरुरज्जु में मस्तिष्क के समान ही धूसर द्रव्य (Grey mater) तथा श्वेत द्रव्य (White mater) पाया जाता है।
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मेरुरज्जु में धूसर द्रव्य (Grey mater) अंदर तथा श्वेत द्रव्य (White mater) बाहर की ओर होता है।
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लेकिन मस्तिष्क में इसका विपरीत होता है, ग्रे मैटर बाहर तथा श्वेत मैटर अंदर की तरफ होता है।
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ग्रे मैटर का निर्माण न्यूरॉन के कोशिका काय यानि साइटोन से तथा श्वेत मैटर का निर्माण एक्सॉन (Axon) से होता है।
मेरुरज्जु के कार्य
(Functions of Spinal cord)
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मस्तिष्क (Brain) से संदेश या आदेश अनुक्रियाओं को गर्दन के नीचे जैसे- हाथ, पैर, या विभिन्न अंगों तक लेकर जाना।
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प्रतिवर्ती क्रियाओं का नियमन (Regulation of reflex action) करना।
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मेरुरज्जु प्रतिवर्ती क्रियाओं का प्रमुख केंद्र है।
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त्वचा और पेशियों से संवेदी आवेगों को मस्तिष्क तक ले जाना।
परिधीय तंत्रिका तंत्र (PNS)
परिधीय तंत्रिका तंत्र में मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के बाहर मौजूद सभी न्यूरॉन्स होते हैं। यह तंत्रिका तंत्र का वह भाग है जिसमें संवेदी तंत्रिकाएँ तथा मोटर तंत्रिकाएँ होती है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को परिधीय तंत्रिका तंत्रिका तंत्र से जोड़ते हैं।
संवेदी तंत्रिकाएँ (sensory nerves) उद्दीपनों (stimuli) को उत्तकों से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र तक लाती है तथा मोटर तंत्रिकाएँ (motor nerves) उद्दीपनों को केंद्रीय तंत्रिका तंत्र से परिधीय (Peripheral) उत्तकों तक पहुँचती है।
परिधीय तंत्रिका तंत्र (PNS) दो भागों में विभाजित होता है-
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कायिक या दैहिक तंत्रिका तंत्र (Somatic nervous system)
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स्वायत या स्वतंत्र तंत्रिका तंत्र (Autonomic nervous system)
दैहिक तंत्रिका तंत्र (SNS)
दैहिक तंत्रिका तंत्र का मुख्य कार्य आवेगों को CNS से कंकाल की मांसपेशियों में स्थानांतरित करना है।
इसकी नसे निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-
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कपाल की नसें
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रीढ़ की हड्डी की नसें
कपाल तंत्रिकाएँ (cranial nerves) 12 जोड़ी होती हैं और ये मस्तिष्क से निकलती हैं। जैसे- ऑप्टिक नर्व, ओलफैक्ट्री नर्व आदि।
रीढ़ की हड्डी के रूप में रीढ़ की नसें (spinal nerves) का अपना उद्भव बिंदु होता है। मेरुदंड तंत्रिकाओं (spinal nerves) के 31 जोड़े होते हैं। वे रीढ़ की हड्डी से पृष्ठीय और उदर जड़ों में निकलते हैं। इन दो जड़ों के जंक्शन पर, संवेदी तंतु पृष्ठीय जड़ में और मोटर तंतु उदर जड़ में जुड़ी रहते हैं।
स्वायत तंत्रिका तंत्र (ANS)
स्वायत तंत्रिका तंत्र केंद्रीय तंत्रिका तंत्र से आवेगों को अनैच्छिक अंगों और शरीर की चिकनी मांसपेशियों में रिले करता है।
स्वायत तंत्रिका तंत्र पुनः दो भागों में बँटा है-
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अनुकम्पीय तंत्रिका तंत्र (Sympathetic nervous system)
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परानुकम्पीय तंत्रिका तंत्र (Parasympathetic nervous system)
अनुकम्पीय तंत्रिका तंत्र
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अनुकम्पीय या सहानुभूति तंत्रिका तंत्र में गर्दन और कमर क्षेत्र के बीच रीढ़ की हड्डी से निकलने वाली नसें होती हैं।
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यह असामान्य स्थितियों के खिलाफ हिंसक क्रियाओं के लिए तैयार करता है और आम तौर पर एड्रिनालिन द्वारा उत्तेजित होता है।
परानुकम्पीय तंत्रिका तंत्र
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पैरासिम्पैथेटिक तंत्रिका तंत्र सिर और गर्दन में एंटेरियर (anterior) और त्रिक क्षेत्र (sacral region) में पीछे स्थित होता है।
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हिंसक कार्यवाही समाप्त होने पर यह मुख्य रूप से सामान्य स्थितियों की पुनः स्थापना में शामिल होता है।
परिधीय तंत्रिका तंत्र के कार्य
परिधीय तंत्रिका तंत्र के महत्वपूर्ण कार्य निम्नलिखित हैं-
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यह मांसपेशियों की सिकुड़न की ताकत को नियंत्रित कर सकता है।
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परिधीय तंत्रिका तंत्र मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को शरीर के बाकी हिस्सों और बाहरी वातावरण से जोड़ता है।
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यह अधिकांश बहिःस्रावी ग्रंथियों से स्राव की रिहाई को नियंत्रित करता है।
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यह आंतरिक होमियोस्टैसिस को नियंत्रित करता है।